मेरी प्यारी सहेलियों, कैसे है आप लोग. कैसी है आपकी मदमस्त और रस में भीगी हुई चूत. सच बोलू, मेरी चूत में तो इस समय आग लगी हुई है. इस समय आप लोगो के लिए मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ की गयी मस्ती की एक रोमेंटिक कहानी ले कर आई हु. साला बड़ा हरामी था. में बड़ी ही शर्मीली लड़की थी तब. लेकिन, उस भोसड़ी ने मुझे इतना चोदा, कि मेरी चूत को बिना लंड लिए अब शांति ही नहीं मिलती. अगर अब उसको लंड न मिले, लंड का मतलब कोई भी लंड नहीं, सिर्फ मजबूत लंड. जिसके अन्दर इतनी ताकत हो, कि वो साला मेरे अन्दर के जवालामुखी को शांत कर सके.
सुमित नाम था उसका. सीनियर था मेरा कॉलेज में. बहुत रेगिंग की साले ने मेरी. लेकिन, मुझे उस से कोई गिला नहीं था. क्योंकि, मैं कोई स्पेशल लड़की तो थी नहीं. जो सीनियर सबके साथ कर रहे थे, वो भी मेरे साथ कर रहा था. लेकिन, मैं और लोगो से थोड़ी अलग थी. बिंदास थी मैं. क्लास में एक – दो बार चुदवाया था मैंने. पहली बार तो मुझे मेरे मामा के लड़के ने ही चोदा था. कॉलेज नया था मेरे लिए और मुझे मालूम था, कि मैं वहां बिंदास होकर नहीं रह सकती थी. चुदाई का शौक अभी तक लगा नहीं था मुझे.
सुमित ने पता नहीं मुझ में क्या देखा, वो मेरे साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने का बहाना ढूंढने लगा. कॉलेज को ६ महीने हो चुके थे. रेगिंग तो अब नहीं होती थी. लेकिन सुमित मेरे आगे पीछे मंडराता रहता था. फिर उस दिन, मैं कैंटीन में अकेले बैठी थी. वो अचानक से आया और मेरे सामने बैठ गया. उस ने मेरे हाथ को पकड़ लिया और मुझ से बोला, कि मैं उसे बहुत अच्छी लगती हु. क्या मैं उस के साथ एक पिक्चर देखने चल सकती हु?
पता नहीं मुझे क्या हुआ, मैंने उसको हाँ कह दिया. हम दोनों कुछ दिन साथ में घुमे, पिक्चर देखी. वो मुझे अब अच्छा लगने लगा था. उसने एक – दो बार पिक्चर देखते हुए, मुझे किस करने कि कोशिश भी की थी. लेकिन, जब मैंने उसको देखा, तो उसने अपने आप को रोक लिया. उस दिन, उसने कहा कि उसके घर में कोई नहीं है. क्या मैं उसके घर आ सकती हु? मैंने हाँ कह दिया दिया. मैंने हाँ तो कह दिया था, लेकिन डर रही थी. मुझे लग रहा था, कि वो मेरी चुदाई करना चाहता है.
लेकिन, अब मैं भी चुदाई के लिए तैयार थी. जब मैं उसके घर पहुची, तो वो हरामी श्रीफ अंडरवियर में ही घूम रहा था. उस ने मुझे एक पैकेट दिया और कहा – मेरे लिए गिफ्ट है. मैंने ख़ुशी से ले लिया और जब खोला, तो देखा कि उसमे एक सेक्सी ब्रा – पेंटी थी. मुझे शर्म आने लगी. सुमित मुझे फ़ोर्स करने लगा पहनने के लिए. उसने सारे दरवाजे बंद कर दिए और पर्दों को भी गिरा दिया. जब मैं कमरे में आई ब्रा – पेंटी में. तो देख कर हैरान रह गयी. साले ने अपने कपडे उतार दिए थे और वो साला पूरा का पूरा नंगा खड़ा हुआ अपने लंड को हिला रहा था. अब तो मुझे डर लगने लगा था. मुझे लगने लगा था, कि साला आज तो मेरा रेप कर के ही मानेगा. वो मेरे पास आया और मेरे बूब्स को देख कर एकदम से बैचेन हो कर ब्रा को फाड़ दिया. मैंने कहा – साले, हरामी. जब देखनी ही नहीं थी, तो दी क्यों थी? वो हँसने लगा और उसने अपने लंड को मेरे हाथ में रख दिया. बॉयफ्रेंड का लंड किसी भट्टी की तरह धधक रहा था. मेरे मुह से एकदम से आह्ह्ह्ह निकल गयी. अहहहहः.. उसके लग गया, कि मैं भी गरम हु. उस ने एक मिनट भी देरी नहीं की. उसने मेरे बालो को पकड़ कर खीच लिया और मेरे होठो को अपने होठो के बीच में दबा लिया.
वो साला मेरे होठो को चूस कम रहा था, चबा ज्यादा रहा था. उसने मेरे पुरे होठो को खा डाला. पागल कर दिया था मुझे. मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी थी. मेरी चूत से यास टपक रहा था. उसने तभी अपनी एक ऊँगली को तेजी से मेरी चूत में घुसा दिया. मेरी चीख निकलने वाली थी. लेकिन, उस साले ने मेरे मुह को जकड़ा हुआ था अपने मुह में. फिर उसने मुझे जोर से धक्का मारा और बिस्तर पर गिरा दिया. फिर वो सीधे मेरे ऊपर चढ़ कर बैठ गया. सच कहू, मुझे भी मजा आ रहा था. वाइल्ड होने लगा था वो. मैंने उसको कस कर पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वो रुक ही रहा था.
मेरी चूत अब तक दो बार रस छोड़ चुकी थी. मैंने उसको कहा – और नहीं. ठोक दो मेरी चूत को अब. डाल दो लंड को अब मेरी चूत. बुझा दो इस भट्टी को. उसने अपने लंड को मेरी चूत पर रगड़ कर एक ही झटके में अपने लंड को मेरी चूत में उतार दिया. ऐसा लगा, कि जैसे किसी ने गरमागरम कोयला मेरी चूत में भर दिया हो. पागल कि तरह चिल्लाना चाहती थी मैं. लेकिन वो मुझे कोई मौका ही नहीं दे रहा था. उसकी गांड बहुत तेजी से चल रही थी और वो ताबड़तोड़ धक्को कि बरसात किये हुए था.
मैं पता नहीं कितनी बार झड चुकी थी. सारा शरीर थक कर चूर हो चूका था. उसकी स्पीड बढती जा रही थी और फिर ५ मिनट के बाद, उसके लंड ने लावा उगल कर मेरी चूत को जो भरा, मेरी तो बस जान ही निकल गयी. लेकिन, उस हरामी ने जो मेरी चुदाई की, मजा ही आ गया उस में. मैं ये नहीं कह रही हु, कि आप लोगो ने चुदाई नहीं करवाई है या चुदाई का मजा नहीं लिया है. लेकिन, यकीन मानो. वाइल्ड चुदाई में जो मजा है. मेरा मतलब अपना रेप करवाने वाला जैसा मजा है. वो कहीं नही है. लंड ऐवरेज साइज़ का हो, तो भी प्रॉब्लम नहीं है. लेकिन साला नीयत उसकी हरामी होनी चाहिए. वो साला तुम को देखे, तो बस उसका लंड तुम्हारी चूत के लिए बावला होना चाहिए. क्या लगता है तुमको? मिलेगा कोई तुमको ऐसा? Cool linksHome 1 1